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Fatigue(थकान)

Fatigue(थकान)

थकान वह अवस्था है जिसमें व्यक्ति की कार्य करने की क्षमता घट जाती है, और वह किसी कार्य को ठीक प्रकार से नही कर पाता है। इस स्थिति को थकान कहा जाता है। इसका मुख्य कारण यह है की हम अत्यधिक् ऊर्जा का प्रयोग कर चुके होते है।

 ड्रेवर के अनुसार:- "थकान का  अर्थ है - कार्य करने 
में शक्ति के पूर्व व्यय के कारण कार्य करने की कम कुशलता या योग्यता।"

थकान के लक्षण:- 
  • मांशपेशियों मे दर्द होना।
  • आँखों मे जलन होना।
  • सर दर्द होना।
  • बुखार।

थकान की विशेषता:-
  • किसी भी काम को निरंतर करने की क्षमता जब ख़त्म हो जाती है तो वह थकान कहलाता है।
  • जब किसी व्यक्ति द्वारा थकावट दिखाई देती है तो वह किसी प्रकार का काम नही करना चाहता है।
  • जब व्यक्ति के द्वारा की गई विभिन्न प्रकार की गतिधियाँ सही प्रकार से नही होती तब वह थक गया होता है जैसे- गुस्साना।

थकान के प्रकार:- 
1  शारीरिक थकान
2  मानसिक थकान
3  संवेगात्मक थकान

1 शारीरिक थकान:- इस  प्रकार का थकान शरीर से सबंधित होता है, जब  निरंतर  कार्य  करने से शरीर  की शक्ति कम हो जाती है और व्यक्ति केेेेवल आराम करना चाहता है।

2 मानसिक थकान:- मानसिक थकान मनुष्य के मन 
तथा मस्तिष्क से संबंधित होता है, इससे ध्यान, चिंतन कम हो जाती है। यह व्यक्ति के मानसिक तनाव के कारण होता है। जैसे- पढ़पढना, लिखना किसी समस्या को हल करना इत्यादि।

थकान के मुख्य कारण:-
  • अत्यधिक काम 
  • उर्जा प्रदान करने वाले तत्वों का ह्रास होना
  • ऑक्सीजन की कमी
  • जहरीले पदार्थों का सेवन करना
  • अपर्याप्त रोशनी जो की आँखों पर दवाब डालता है
  • ख़राब वातावरण
  • लंबी अध्ययन अवधि
  • आराम की कोई व्यवस्था नही होना
  • पाठ का रुचिपूर्ण न होना
  • शिक्षण विधि का रुचिपूर्ण न होना 
  • छात्रों की मानसिक अवस्था

थकान का उपचार (शिक्षा मे महत्व):-
  • भौतिक वातावरण का उपयुक्त होना
  • विद्यालय का शोर गुल स्थान पर न होना
  • रुचपूर्ण शिक्षण विधि का उपयोग करना 
  • शिक्षक का व्यक्तित्व- शिक्षक पढ़ते समय किस प्रकार से व्यवहार करता है
  • समय सारणी का प्रभावशाली और अच्छा होना - मुश्किल विषय को पहले की घंटी में पढ़ाया जाना, 
  • आदत का निर्माण - बच्चों मे अधिक समय तक बिना थके बैठने तथा पढ़ने की आदत का निर्माण करना
  • गतिविधियों मे बदलाव - पढने के साथ साथ पाठ्य सहगामी गतिविधियों को कराया जाना चाहिए
इस प्रकार , सभी बातो का ध्यान रख के जल्दी थकान से बचा जा सकता है।

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